दाता होता है वही, मन से हो धनवान।। दाता होता है वही, मन से हो धनवान।।
मन बहुत आहत होता है, जब मैं देखती हूँ हिमालय पर जमी स्फटिक शिला सी बर्फ पिघल कर सड़क मन बहुत आहत होता है, जब मैं देखती हूँ हिमालय पर जमी स्फटिक शिला सी बर्फ ...
मैं बंद कर दूँगा कोशिशें उन निर्मम स्मृतियों से भागने की तब शायद आओगी तुम और दे जाओगी कुछ और स्मृतिय... मैं बंद कर दूँगा कोशिशें उन निर्मम स्मृतियों से भागने की तब शायद आओगी तुम और दे ...
क्यों होता है क्यों होता है
बस मेरी एक ही आख़री तमन्ना है इस देश के लिये मुझे कुछ करना है बस मेरी एक ही आख़री तमन्ना है इस देश के लिये मुझे कुछ करना है
मैं भी भारत तू भी भारत, मैं और तुम में सिमटता भारत, मैं भी भारत तू भी भारत, मैं और तुम में सिमटता भारत,